Poem तुम्हारे जैसी सुंदरता By Preeti on Friday, September 3, 2021 तुम्हारे जैसी सुंदरता कहाँ से लाऊँ?कहाँ से लाऊँ तुम्हारे जैसी मासूमियत?तुम जिस तरह प्रेम करते थे,वह प्रेम कहाँ से लाऊँ? तुम तो मुझसे कहते थे किमैं किसी का भी हृदय चुरा सकती हूँ,पर अब मैं तुम्हें तुम्ही से कैसे चुराऊँ? Previous Post Next Post Related Posts Poem कौन देखता है…..? Poem Get Lost In Life Poem Delusive Pain.. Illusive Hope