वीरता खुद मे एक,
आलौकिक परिभाषा है,
उच्च उदाहरणों से रची,
यह अभिलाषा है।
जहाँ हार हो या जीत,
ना कोई जिज्ञासा है,
बस नतमस्तक होकर,
ये, कर्म की पिपासा है।
वीरता की कहानियों ने,
खूब सजाई है सरहदों को,
खून बहाकर मिट्टी की खातिर,
वीरों ने पार किया है हदों को।
कर्तव्य मानकर बलिदान को,
धर्म अपना है जाना,
वीरप्रसू से सर्वोत्तम,
उस जगत जननी को माना।
और क्या कहुँ ऐसे वीरों से,
संपन्न है देश हमारा,
हर रूप मे हर रंग में,
उन्हे ढूँढे जग सारा।
ऐसे ही कुछ वीरों की आओ
तुम्हे सुनाऊँ कहानी,
खाकी वर्दी सरहद वाली,
कैसे हुई सफ़ेद, है बतानी।
महामारी के भंवर मे जब,
फंस गया यह जग सारा,
तब इश्वर रूपी वैद्दों ने,
यह साबित किया दोबारा।
मौत को गले लगाकर के,
मानव जाति का उद्धार किया,
रात और दिन एक हुए,
फिर भी कोशिश हज़ार किया।
प्रकृति की माया समझो,
ऐसे, हालातों से लड़ना सिखाया,
मनुष्य की हदें असीमित हैं,
हमने वो भी कर दिखाया।
हर कठिन मोड़ पर हमने,
वीरता का परिणाम दिया है,
आगे भी ऐसे डटे रहेंगे,
सबने मिलकर तय किया है।
Comments
हर इंसान वीरता का उदाहरण है जो भी कठिन परिस्थितियों में भी साहस से परिस्थिति का सामना किया ,उससे युद्ध लड़ा और जीता भी
Very good
Keept it up Dr Di
Beautiful ❤️❤️
One of the most beautiful writings ever I have read, hatsapp
Awesome..Satya Vachan..