Poem शायद रह गया हैं तुम्हारा कुछ मेरे पास By Rajashree Sooji on Wednesday, August 25, 2021 हां, वक्त सब कुछ ठीक कर देता हैंउन असुओं कों सुखा कर ज़खमों कों भर देता हैंपर शायद रह गया हैं तुम्हारा कुछ मेरे पासदिल के कोने में तुम्हारें लौटनें की हैं आस Previous Post Next Post Related Posts Poem कौन देखता है…..? Poem Get Lost In Life Poem Delusive Pain.. Illusive Hope