मेरी खलिश की तिश्नगी गज़ल
By Shishir Mishra मै किसी ज़िंदा ए हयात को ज़िंदा कभी लगा भी नहीं, और किसी मुर्दा ए दफ्तर को लगा मै मरा भी नहीं, कागज़ के रंगों को उजाड़ मै...
By Shishir Mishra मै किसी ज़िंदा ए हयात को ज़िंदा कभी लगा भी नहीं, और किसी मुर्दा ए दफ्तर को लगा मै मरा भी नहीं, कागज़ के रंगों को उजाड़ मै...
By Shishir Mishra दास्ताँ वो बीते प्यार की हर्फों में फरार हो गयी हम बैठे थे खुमार में वो बेकरार हो गयी, सूखे बर्बर लाज़िम जो थे मुतमईन हो...
By Ishika Kachhwaha Mir, Tumhare sheher me mohabatton ke gul udte hai, Jahaan kadam milte hai, wahaan qafan milte hai | Jo na ho uski...
By A R Shubham Kuch zakhm hai jo zamaane se mile hai Mujhe dushman kai muskuraane se mile hai Ghani veerani se saja hai ghr mera Tohfe ye...
By A R Shubham Shab-e-intezaar guzar kyu nhi jaati Ye aakhiri umeed bhi mar kyu nhi jaati Aake kyu khadi hai khushiya darwaaze par...
By A R Shubham Ye raahen bayaan krengi kahaani teri Tera bachpan tera budhaapa jawaani teri Tere chehre pr parda hai teri haseen muskaan...
By Sandeep Sharma मुझ पे बस तुम्हारा ही इख़्तियार रहे मैं चाहता हूँ मुझे बस तुम से ही प्यार रहे कीमत भले जो अदा हो इसकी बस तुम्हारे लबों...
By Sandeep Sharma एक तेरी तस्वीर ही कब तक मुसलसल देखूँ आ मेरे क़रीब कि तुझको छूकर मुकम्मल देखूँ देखूँ तुझको इस तरह के तुझको नज़र न लगे दिल...
By Sandeep Sharma हादसों के बिना ज़िन्दगी अधूरी होती है दिल की हर ख़्वाहिश भी कहाँ पूरी होती है कब तक और कैसे मनाऊँ तुझको ऐ ज़िन्दगी तू जो...
By Sandeep Sharma मेरी उम्मीद को किसी दिन तोड़ क्यों नहीं देते मजबूरी है अगर निभाना तो मेरा साथ छोड़ क्यों नहीं देते कोई भी रिश्ता हो ...
By Dhruva Nandakumar Solitude lacks a voice. Just the eerie rhythm of a blade’s warmth cradling the river of dreams along a tender fabric...
By Dr C M Gupta Atal देता रहा उसके लिए काजल खरीद कर वो चूड़ियाँ कंगन कभी पायल खरीद कर.1 मिलना हमारा याद आता रोज़ वेवजह। लाऊँ कहाँ से आज मैं...
By Muskan Shah तेरी बेरुखी का जवाब हम इस तरह देतेहै अरेजाओ छोडो अब जानेदेतेहै नहीींकरतेशिकायत ना ही कोई शिला करतेहै तुम्हेजाना हैना जाओ,...