Questions
Rated 5 out of 5 stars.(1)By Challa Bhanu Pranav I know the answer, It is the question that I am looking for! The answer is “I don’t know”, And the question I do...
By Challa Bhanu Pranav I know the answer, It is the question that I am looking for! The answer is “I don’t know”, And the question I do...
By Challa Bhanu Pranav Just another girl, just another friend; That is all I thought when I first say your blurry silhouette, On that dry...
By Challa Bhanu Pranav I now embark on this quest, To understand the universe to its finest; But people all around me tell me to let go,...
By Shubham Sehgal हां गिरे हैं, फ़िर उठेंगे। हार अभी मानी नहीं। तू हमको यूं झुका दे। इतना तेरा वजूद नहीं। आयेंगे लौट कर फ़िर। ये तू याद...
By Shubham Sehgal सोचते हैं नहीं करेंगे अब मोहब्बत उनसे। फ़िर भी उनको याद करते हैं। यूं तो भुला बैठे हैं उनको हम। हर घूंट पे उनकी खुशी की...
By Shubham Sehgal समुंदर सी गहराई। सावन का पानी। यूं आंखें मिला कर ना देखो हमें। फ़िर शुरु हो जाएगी। एक तरफ़ा मोहब्ब्त की कहानी। By...
By Shubham Sehgal लिखेंगे कुछ नया। नया भी कुछ लिखेंगे। वक्त आने दे जरा। तेरी हर नजाकत को लिखेंगे। अभी कश्मकश में हैं जरा। निगाहों को पढना...
By Shubham Sehgal मेरे बस में नहीं था। उनको भूल जाना। उसकी नजरों से नजारे चुराना। भीगी जुल्फ़ो में उसकी। हमारी कहानी बसती थी। मुमकिन नहीं...
By Shubham Sehgal झुमके कानों के उसके। चैन मेरा चुराते हैं। देखना तिरछी नजरों से उसका। दिल की धडकन बढा देता है। यूं तो चंद लम्हें हैं ...
By Shubham Sehgal खामोशी ने खामोशी से पूछा। तेरा राज क्या है। लफ़्ज खामोश रहे। आंखों ने पूछा तेराअगला वार क्या है। By Shubham Sehgal
By Shubham Sehgal कहानी राधा कृष्ण की। बातें इश्क की। एहसास दूरी का। मुक्कमल रातें साथ की। ना मिलकर भी एक हो जाने की। कहानी उस एहसास की।...
By Shubham Sehgal एक किताब पुरानी। उसमें छिपी एक तस्वीर की कहानी। इक कलम थी साथ में। उसमें छिपी थी कुछ अधूरे खतों की कहानी। इक नाम...
By Shubham Sehgal ईश्क के सपने सजाने वालों से कह दो। उनको चाहने वालों चेता दो। ये कलयुग है साहब। राधा कृष्ण्की जोडी के ख्वाब भुला दो। By...
By Atraiu Gupta obtuse fluctuations in beams of light, feelings flickered. erect a wall, i did. invigorated it with memories- and salty...
By Atraiu Gupta i woke up dead tomorrow, reeling six feet under false red. two gelid eyes gaze at the, wet sentences gushing from thy...
By Atraiu Gupta I coated in cloudless raindrops, i submerge... within the feathers of ravens— plucked from, my hollowed eyes— that once...
By Atraiu Gupta I (and hereafter began— the midsummer journey; a dream of the three eggs, or perhaps not...) II there lived once, a boy...