Let Me Know If My Thoughts Stumble On Your Mind
Rated 5 out of 5 stars.(8)By Yasmin It’s sad you are far, You couldn’t see the love I held, Maybe I was just a wreck not knowing anything else, But I had loved you...
By Yasmin It’s sad you are far, You couldn’t see the love I held, Maybe I was just a wreck not knowing anything else, But I had loved you...
By Sunaina Arora It is the Masterstroke of all the Events , Replenished limited resources with reasonable rent . Cast all the Characters...
By Sunaina Arora सूर्यपुत्र कर्ण में, ब्राह्मणों में एक मात्र क्षत्रिय था | मैं कुंती पुत्र होकर भी कुंती पुत्र न रहा | मैं पांडवो की...
By Sunaina Arora कलयुग की द्रौपदी महाभारत का बिखरा हुआ अभिमान है । जो सभा मौन साध ले देखकर उसके तिरस्कार को किसी अभिशाप से कम नहीं इस बात...
By Sunaina Arora मैं कुंती पुत्र होकर भी कुंती पुत्र न रहा | मैं पांडवो की गिनती में हमेशा. एक कम रहा | सूरज का अंश में, योद्धा में निपुण...
By Anuj Vashistha मैं सोया था उसकी बाँहों में क्यों जगा दिया मैं सोया था उसकी बाँहों में क्यों जगा दिया ये ख्वाब मैंने खुली आँखों से देखा...
By Madhu The stars in the sky and the street lights in front, as if having a conversation by blinking together. One blinks at a faster...
By Karan Poswal A word comes with pain and hatred, With no expiry date and with no forgiveness, With no mercy, no control on senses. 30...
By Karan Poswal Don’t make fool, Not even April fool, It may hurt, hurt someone badly, For you it may be a day to make someone fool(April...
By Karan Poswal Met a girl, no actually we never met, But we met, in a different way We talked, No! Not in person yet, But, I bet we...
By Nithin Gollamudi నొప్పి లెనీ గాయమా చపుదు లేని శబ్దమా ఆయుధం లేని యుద్ధమా అర్ధం లేని ప్రేమ కి ప్రతి బింబమా మార్గము లేని గమ్యమా తావు...
By Atul Kumar Saurabh किसीको सोचने लगा है, उतावला सा होने लगा है मन उनकी अंदाज मैं हम कुछ ऐसा खोए, अब कुछ कुछ दिल में होने लगा है सुबह...
By Amit Kholiya चीख लूं चाहे कितना भी इन सन्नाटे के गलियारों में शोर खामोशी का पार कर पाना बस में नहीं मेरे। By Amit Kholiya
By Nipun Vinayak कभी लॉकर में छुप जाना है मुझे कभी छेड़ना हँसाना है मुझे झूठ नहीं सच का साथ निभाना है मुझे बच्चों की दुनिया में फिर जाना...
By Nipun Vinayak और मेरी जवानी और ख़ूबसूरती क्या थी तेरी हसरत की परछाइयों के सिवा By Nipun Vinayak
By Nipun Vinayak तुम मेरे समुद्री तूफ़ान में उतर नहीं पाए अब किनारे से मेरी कशती का हाल ना पूछो By Nipun Vinayak