एक तटरेखा भ्रम
By Stavya Vij खड़ी थी एक किनारे पर नीचे रेत, सामने, सूरज ढलने पर। पानी का बहाव, सिरक गई रेत देखूं अपने पदचिह्न, एकाग्रचित। पानी का बहाव,...
By Stavya Vij खड़ी थी एक किनारे पर नीचे रेत, सामने, सूरज ढलने पर। पानी का बहाव, सिरक गई रेत देखूं अपने पदचिह्न, एकाग्रचित। पानी का बहाव,...
By Shreya Paul लिखती हूँ उनका एक ख्वाब नजरों से बनता जा रहा है वो उपन्यास बरसों से। तू तोड़ता कुचलता रहा शब-ओ-रोज़ लगता है कि मेरा दिल...
By Shreya Paul किस्से कहता रहता हूँ शायद पिछले जन्म में कुछ हुआ होगा। में किसी को चाहता रहता हूँ शायद उसने कभी मुझे पाया होगा। मंज़िल है...
By Shivam Nahar प्रेम पर बुनी गयी, सबसे सफल 'कहानी', उसके असफल होने पर सुनाई जाती है, प्रेम पर बनाये गए, सबसे अच्छे 'गीतों' का अर्थ,...
By Deep N Rawal राख से बना हूँ मैं श्रम से पला हूँ मैं ताप सहता अनंत आग से है भय नहीं घाव से भरा शरीर हूँ अटूट सा खड़ा वही हूँ...
By Shakti Shukla ज़िंदगी की इस दौड़ में पल कुछ सिमट से गए हैं वक़्त की स्याही में डूबे ख़्वाब कुछ बिखर से गए हैं कैसे बयां करूं...
By Harsh Chaudhary इधर-उधर की बातें, करता रहता हूं मैं आजकल। पता नहीं किस दुनिया में, कौन से ख्यालों में रहता हूं मैं आजकल। सब कुछ...
By Harsh Chaudhary मंज़िल से अब भी दूरी है, सपनों की राह अभी अधूरी है। अगर हार भी गए हो तो क्या हुआ, एक और कोशिश तो जरूरी है। अगर...
By Vartika Sharma Lekhak १. आज मुक़ाबला हो कौन बड़ा अंतर्यामी ? तू जो क़ुतुबमीनार की बांग से शंखों से नगाड़ो से झकझोरा जाता है !!! ...
By Ramyaa Shukla किसिके इतने पास हो, कि सबसे दूर होगए, जिसके साथ सालों तक की दोस्ती निभाए, आज उसी को भूल गए। जिससे कभी घंटो बातें किया...
By Harsh Chaudhary कुछ लोग कहते हैं कि प्यार कुछ नहीं होता सिर्फ जिस्मानी जरूरत होती है , तो वह मुझे यह बताएं कि मोहब्बत सिर्फ एक से ही...
By Master Sarthayki Agarwal मैं बच्चा हूँ, मेरे होंठों पे मुस्कान है, मोबाइल का आलंब नहीं, मेरे खुशियों के साथ है। खेलों का जादू मुझे...
By Master Sarthayki Agarwal भक्ति काल में प्रेम की धुन, रामायण, कृष्ण की कहानियों में सुन। संतों ने गाए गीत, मोहे सबका मन , दिया हिंदी...