May 13, 20231 min readआग Rated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Anchal Vats Gaur आगकुछ लोगो की परेशानी ही यही हैं, कीखुद का जलता घर दिखाई नहीं देता हैं,और दुसरो की बुझी आग में भी हात सकनेनिकल पड़ते हैं।By Anchal Vats Gaur
By Anchal Vats Gaur आगकुछ लोगो की परेशानी ही यही हैं, कीखुद का जलता घर दिखाई नहीं देता हैं,और दुसरो की बुझी आग में भी हात सकनेनिकल पड़ते हैं।By Anchal Vats Gaur
बालकनी में चर्चा गर्म हैBy Nandlal Kumar इस कविता को लिखने की प्रेरणा मुझे इतिहास की उस घटना से मिली है जब फ्रांस की राज्य क्रान्ति के समय महारानी अपने किले के...
Wily Youth By Agrima Arya Remorsing my past has always been grueling, Still for you I bellicose my brain, Never knowing why I was courageous, Never...
The Empty CradleBy Agrima Arya A strong gush of breeze blew by Something felt facade bout it Stomach wretched yet no pain Tears fell while lamps lit ...
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