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Maa

By Pritesh Maheshwari



वो बच्चों की हर ग़लती से पहले ही उन्हें माफ़ करती है..

चाहें ग़लत ही हों बच्चे फ़िर भी उनके हक़ में इंसाफ़ करती है..

वो लगने से पहले ही बच्चों की भूक मिटाने का इंतज़ाम करती है..

भले ख़ुद ने ना भोगे हो सुख जीवन में, पर अपने बच्चों के लिए उनकी माँग करती है..

वो बच्चों का जीवन बनाने में अपनी कई ख़ुशियाँ क़ुर्बान करती है..

तुम कितनी भी देर से आओ घर वापस, वो खाना लिए तुम्हारा इंतज़ार करती है..

इस कदर सर पे सुख़ो का साया बन, हर पल भगवान भी कहा साथ रह पाते..

और कैसे बताते वो हमें की भगवान है... अगर वो माँ ना बनाते....


अगर वो माँ ना बनाते....


By Pritesh Maheshwari



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