By Vaibhav Joshi
मदद खुदा से मिली तो बन गयी किस्मत,
अगर इंसान से तो भाई चारा,
मददगार लोग दुनिया में हैँ बहुत,
पर हमको गरीबी ने मारा
मुझे ना चाहिए रूपया पैसा और ना घर मकान,
ना होगा मुझसे ठुकराना उनका अहसान,
क्या लिखूँ मैं दर्दे दिल की कशमकश की कहानी,
इस कशमकश में छली गयी मेरी पूरी जवानी,
मुझे चाहिये ऐसी मदद जो इमदाद ना हो,
हो एक रोजगार का माहौल जो इस जहाँ में हो…
By Vaibhav Joshi
Comments