माँ Sep 16, 20221 min readUpdated: Sep 20, 2022Rated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Abhishek Mathurजो देख भर ले तो परेशानी समझ जाए...जो सर पर हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाए...जो एक बार मुस्करा दे तो जन्नत मिल जाए...क्या कहूँ अब उस माँ के लिए... बस हर जन्म मुझे यही माँ मिल जाए...By Abhishek Mathur
By Abhishek Mathurजो देख भर ले तो परेशानी समझ जाए...जो सर पर हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाए...जो एक बार मुस्करा दे तो जन्नत मिल जाए...क्या कहूँ अब उस माँ के लिए... बस हर जन्म मुझे यही माँ मिल जाए...By Abhishek Mathur
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