6 days ago1 min readठहरोRated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Gitanjali Deviआज तुम ठहर जाओ जरा बयां जो न हुए उन लब्जो को समझो जरामें तुम्हारी याद में तड़पती हु मेरी तड़पन को समझो जरा मेरी गुहार सुनो तुम ठहरो मेरी आवाज़ सुनो तुम ठहरोBy Gitanjali Devi
By Gitanjali Deviआज तुम ठहर जाओ जरा बयां जो न हुए उन लब्जो को समझो जरामें तुम्हारी याद में तड़पती हु मेरी तड़पन को समझो जरा मेरी गुहार सुनो तुम ठहरो मेरी आवाज़ सुनो तुम ठहरोBy Gitanjali Devi
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