Mar 1, 20231 min readतलाशRated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Dr. Tripti Mittal एक रात मिलन की ऐसी भी हमारे दामन में थी वो सामने थे मगर तलाश मुसलसल निगाहों में थीBy Dr. Tripti Mittal
By Dr. Tripti Mittal एक रात मिलन की ऐसी भी हमारे दामन में थी वो सामने थे मगर तलाश मुसलसल निगाहों में थीBy Dr. Tripti Mittal
Shayari-3By Vaishali Bhadauriya वो हमसे कहते थे आपके बिना हम रह नहीं सकते और आज उन्हें हमारे साथ सांस लेने में भी तकलीफ़ होती...
Shayari-2By Vaishali Bhadauriya उनके बिन रोते भी हैं खुदा मेरी हर दुआ में उनके कुछ सजदे भी हैं वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर पर आज भी...
Shayari-1By Vaishali Bhadauriya इतना रंग तो कुदरत भी नहीं बदलता जितनी उसने अपनी फितरत बदल दी है भले ही वो बेवफा निकला हो पर उसने मेरी किस्मत बदल...
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