Mar 1, 20231 min readदर्द Rated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Dr. Tripti Mittalदिल का दर्द रात संग गहरा होता रहाआँखों में रात भर चाँद पिघलता रहाBy Dr. Tripti Mittal
By Dr. Tripti Mittalदिल का दर्द रात संग गहरा होता रहाआँखों में रात भर चाँद पिघलता रहाBy Dr. Tripti Mittal
LoveBy Hemant Kumar जब जब इस मोड़ मुडा हूं मैं हर दफा मोहब्बत में टूट कर के जुड़ा हूं मैं शिक़ायत नहीं है जिसने तोड़ा मुझको टुकड़े-टुकड़े किय...
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