By Varad Ashtikar
महाराणा प्रताप
|| निडर थे, वीर थे
शत्रु के काल थे
राखा जिसने राजस्थान
त्याग कर जीवन आलीशान
बस एक ही वार और शत्रु सीमा पार
घोड़े समेत खान को आधा काटे ऐसी खड्ग पर धार
अकबर भी बोला बीरबल से
कौन है ये रणधीर!
जो न होता भयभीत और लढता जैसे हो एक परमवीर
अकबर के लिए बनें आप एक श्राप,
श्री राणा कुंवर सिंह महाराणा प्रताप
भूल ना पावेगा भारतवर्ष
आपका लौह जैसा साहस
काँप जावे शत्रु सुणे नाम प्रताप
चीर जावे शत्रु को समय की गति से आप
ना हुए परास्त कभी द्वंद युद्ध मे अंतिम समय तक
पावन हुआ अपने कर्मों से आपका प्रिय घोड़ा चेतक
देखकर आपके पराक्रम जाता था हर कोई काँप,
स्वीकारा गया था आपको कहकर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप
राणा कुंभ, राणा सांगा के जचें आप वंशज
किया उनके जितना संघर्ष आपने एकदम सहज ||
By Varad Ashtikar
🚩
Aprateem
Excellent