By Sushma Sharma
!! श्री !! एें !! ॐ साई राम !!
मेरे नसीबा ...
मेरे नसीबा ...नहीं जो तू ... ते क्या गम है ,,
दिल संग ... तेरी यादे हरदम हैं !!
हो रब्बा ...
जुदा होके भी संग – संग हम हैं !!
मेरे नसीबा ....
छुट गए अब जो... हाथ वो ....
हुए थे साथ सदा के लिए .....
बिखर गए अब जो... ख्वाब वो ....
बुने थे साथ ... एक दुजे के लिए .....
धड़के जब यादे ये ... तड़पे दिल संग -संग हैं !!
हो रब्बा ...
जुदा होके भी संग – संग हम हैं !!
मेरे नसीबा ....
वक़्त के साये ...बढ़ते ही जाए
दिल से कभी पर .....
तुम ना जुदा हो पाये ...
भीड़ मे ... तन्हायी मे...
मुझ मे ...कभी ...मेरी ..परछायी मे
अक्श तेरा ही हरदम हैं !!
हो रब्बा ...
जुदा होके भी संग – संग हम हैं !!
मेरे नसीबा ....
By Sushma Sharma
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