By Debjani Chaudhury
ना रुकना ना झुकना है तुझे..
बहुत कोशिश करें जहां, न मुराना है तुझे..
तूने जना है इस जहां को खुशियों से..
टूट के भी सवरना है तुझे..
सबकी उम्मीदों से कर ली है जो दोस्ती..
अपने अंदर की शक्ति को जगाना है तुझे..
तेरे कदम लिखेंगे इस दुनिया की दास्तान..
तू नारी है, हिम्मत की नई उच्चाइयाँ मापनी है तुझे..
तेरी नज़रे करे सितारों से वफ़ा..
खुद को आज़ाद करना है तुझे..
ख्यालों से, हसरतो से, तू हर रूप में सोने सी..
अब खुद की पहचान से रुबरू करना है तुझे..
तू खुद में उल्झी है क्यों?
चल बादलों की फरिश्तों को जलाना है तुझे..
तू हिम्मत कर ले चट्टान सा, तो चांद भी मौम सा पिघले तेरे तेज से
याद रख, तू नारी है, तू दुनिया से नहीं, दुनिया चलती है तुझसे!
By Debjani Chaudhury
Emotional wordsmith #naari-
Awesome poem! Loved it! It is so well written
The way you write and express is always inspiring.
Keep writing and posting.
#bestpoem #lovedit 😘
A beautiful poem. Loved it 😊
Such a beautiful poem