Sham ThoughtsApr 12, 20231 min readRated NaN out of 5 stars.By Sakshi Kumarशाम का मंज़र कुछ इस तरह से हुआ,मैं तनहा अपने ख्यालों में डूबी थी,और सूरज अपनी किरणों के साथ डूब रहा था। By Sakshi Kumar
By Sakshi Kumarशाम का मंज़र कुछ इस तरह से हुआ,मैं तनहा अपने ख्यालों में डूबी थी,और सूरज अपनी किरणों के साथ डूब रहा था। By Sakshi Kumar
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