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Shayari-2

Updated: Feb 14

By Vaishali Bhadauriya


उनके बिन रोते भी हैं

खुदा मेरी हर दुआ में

उनके कुछ सजदे भी हैं

वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर

पर आज भी हमारी यादों में

उनके कुछ हिस्से भी हैं...................


रोतो को हँसाना आता है मुझे

पर किसी को मेरे आंसुओं का एहसास नहीं

इस दुनिया में तन्हा रहना है मुझे

इसलिए किसी अपने की तलाश नहीं...................


जिंदगी में लोग आते हैं चले जाते हैं

पर हमसफ़र कोई बनाना नहीं चाहता

इस्तमाल करने वाले तो बहुत है दुनिया में

पर मैं अपनी खामोशी छोड़ कर

शोर में जाना नहीं चाहता..................



दिल टूटा ही कहां है

कभी हकीकत में

ये तो जलता रहता है

इश्क की आग में...................


कल करीब थी

आज दूर नज़र आती है

कल मोहब्बत थी

आज कुसूर नज़र आती है...................

 

तेरी हसरतों के

इस जाल में

हम तो कैद हैं सनम

तेरे ख्याल में..................................


By Vaishali Bhadauriya



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