By Akshay Anand
टूटा फूटा सा इश्क़ करो
पर पूरा करो
जिस चॉक से कहानी लिखते हो
उसे चूरा करो
जाना जाना सा लगता है
जो कुछ भी
उसे माटी जैसा भूरा करो
टूटा फूटा सा इश्क़ करो
पर पूरा करो
रूठे रूठे रहते हो
तुम बिरहा की धूप में
कभी तो माशूक़ को
अकेला छोड़ा करो
रोम रोम में ढूंढते फिरते हो
हरी को अपने
जो सामने बैठा है
उसे तो सुना करो
टूटा फूटा सा इश्क़ करो
पर पूरा करो
कथा कहानी क्या है
और सच क्या है
इस बात को जाकर पता करो
कामकाज की बातें
बहोत करते हो तुम
कभी तो
क़ारोबार भूला करो
टूटा फूटा सा इश्क़ करो
पर पूरा करो…
जान मान को बचाने में
जीवन गुज़र जाएगा
हर सांस में
थोड़ा मरा करो
टूटा फूटा सा इश्क़ करो…
By Akshay Anand
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