Mar 2, 20231 min readअक्सर डूब जाता हूं मैं Rated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Abhijeet Santosh Gawandeबड़े गहरे दरिया,बड़े बड़े समन्दर,युही तो तैर जाता हु मैं।लेकिन..बात जब उसकी आँखों की होती है,तो अक़्सर डुब जाता हु मैं।By Abhijeet Santosh Gawande
By Abhijeet Santosh Gawandeबड़े गहरे दरिया,बड़े बड़े समन्दर,युही तो तैर जाता हु मैं।लेकिन..बात जब उसकी आँखों की होती है,तो अक़्सर डुब जाता हु मैं।By Abhijeet Santosh Gawande
Shayari-3By Vaishali Bhadauriya वो हमसे कहते थे आपके बिना हम रह नहीं सकते और आज उन्हें हमारे साथ सांस लेने में भी तकलीफ़ होती...
Shayari-2By Vaishali Bhadauriya उनके बिन रोते भी हैं खुदा मेरी हर दुआ में उनके कुछ सजदे भी हैं वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर पर आज भी...
Shayari-1By Vaishali Bhadauriya इतना रंग तो कुदरत भी नहीं बदलता जितनी उसने अपनी फितरत बदल दी है भले ही वो बेवफा निकला हो पर उसने मेरी किस्मत बदल...
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