आशियां Sep 28, 20221 min readRated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy KAUSTUBH MISHRAजो दर्द आपने बांटे हैं उन्हें सहना तो सीखिएलबों पर रुकी हुई बात को कहना तो सीखिएबड़ी मुश्किल से मिलते हैं आशियाने आजकलमैंने तो दिल में जगह दी है आप रहना तो सीखिए।By KAUSTUBH MISHRA
By KAUSTUBH MISHRAजो दर्द आपने बांटे हैं उन्हें सहना तो सीखिएलबों पर रुकी हुई बात को कहना तो सीखिएबड़ी मुश्किल से मिलते हैं आशियाने आजकलमैंने तो दिल में जगह दी है आप रहना तो सीखिए।By KAUSTUBH MISHRA
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