By Omkar Dadhich
अच्छा चलता हूँ इस बज़्म-ए-आशीकी से, इजाज़त दीजिएगा,
मुझको आपको भूल जाने की थोड़ी मोहलत दीजिएगा...
आँखों में आपको बसा कर जा रहा हूँ, इजाज़त दीजिएगा,
सपनों में थोड़ी हिमाकत कर रहा हूँ, इजाज़त दीजिएगा,
और क्या ही वफा निभाई थी हमने,
अब बेवफ़ाई निभा रहा हूँ, इजाज़त दीजिएगा,
जा रहा हूँ आपके आँगन की धूल लेके,
फकत इस बहाने ही याद कीजिएगा,
अच्छा चलता हूँ इस बज़्म-ए-आशीकी से, इजाज़त दीजिएगा...
फ़िर लौटा अगर मैं तो मुझको मार दीजिएगा,
ख़ता कोई कर गुज़रू तो मुझको माफ़ कीजिएगा,
अपने दिल को ज़रा साफ़ कीजिएगा,
लोग आ रहे है आपको पाने, मुझको अब इजाज़त दीजिएगा....
रोकने की कोशिश नाकाम बार-बार कीजिएगा,
मुझ सा ना पा सकोगी, ये एहतिराम कीजिएगा,
खो दिया तुमने अब इस अहल-ए-दिल को,
इसका शोक कीजिएगा,
अच्छा चलता हूँ इस बज़्म-ए-आशीकी से, इजाज़त दीजिएगा…
By Omkar Dadhich
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