By Silky Dhameja
ज़रूरी है क्या यह की वो दम(power) से महसूस करें कि चाहत है उनको हमसे,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या कोई मनसुभि(planned) इश्क़?
ज़रूरी है क्या यह कि हम हर एहद(time) उनके ज़ेहन में रहते हो, क्या यह ईतिफ़ाक़ है या कोई साज़िशी पहर(time)?
ज़रूरी है क्या यह कि उन्हें हमारे हर वाक़ेआ(action) के इंतिख़ाब(choice) के मरूफ़(known to) हो,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या कोई जाना हुआ अफ़साना?
ज़रूरी है क्या यह की हम जो पसंद करें वही उनका दिल पसंद करें,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या कोई ज़िंदाह दिल?
ज़रूरी है क्या यह कि वो जो भी भयान करें उससे हमेशा सचाई मान ले,
क्या वो ईतिफ़ाक़ हो सक्ता है या कोई मुनाज़म(ordered) चाल की शामिलियत?
ज़रूरी है क्या यह की उनका अहल्-उ-अयाल(family) सचे और अच्छे हो,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या चाहत के नाम पर क़ार-ऐ-एज़िम(exploit) किया जाता है ?
ज़रूरी है क्या यह कि , बातों ही बातों से रातें कटने लगी,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या उनका अक्सरियत(body) को एक चिंगारी दे कर अंगार-ऐ-फ़ौलाद(lava) लेह आने की चाहत?
ज़रूरी है क्या यह कि दोस्त के नाम पर चाहत की बातों का बयान करना जाईज़ ,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या शहवत्(lust) से सुस्त(weak) कर गुज़रनेका(act) नया नक़्शा?
ज़रूरी है क्या यह कि , हम उन्हें दूर से नज़र करके दुरुस्त(go) हो जाएँगे,
क्या यह ईतिफ़ाक़ है या उनका फ़रैब(to come near) होकर काज़िब(untruthful) होना?
क्या ज़रूरी है अगर उनकी सारी बातें मान कर खुश रहें तो मुहोब्बत है उनसे,
क्या यह ईतिफ़ाक़ होता है या फिर जिस्मी लगाव या एक मंसूबाह कुछ घड़ियाँ बि
By Silky Dhameja
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