top of page

एक अनोखा संवाद

Updated: Jun 26, 2023

By Gayatri M P शुभ्र जल में देखा आकाश ने प्रतिबिंब अपना, सोचने लगा,"अरे वाह! यह तो है नहीं एक सपना!" साथ में तैरते हुए श्वेत बादल, बदलते रहते थे अपने रूप पल पल! तालाब तो था किसी की में प्रतीक्षा, बातचीत के लिए तरस रहा था क्षण क्षण, पूछा उसने कुतूहलता से कि," क्या है , मेघ, संदेश, घूमते रहते हो देश विदेश! " कहा बादल ने- " मनुष्य के हस्तक्षेप का नामोनिशान तक नहीं है जहां, वहां है परिस्थिति सर्वोत्तम, उसके हस्तक्षेप का असर है बहुत कम जहां,




वहां का हाल है उत्तम, जहां दिखता है बुद्धिहीन बर्ताव हरदम, वहां घुटता है सबका दम, व्याकुल होता है मन कि ,क्या‌ करने वाले हैं पृथ्वी के जन, प्रगति और आधुनिकीकरण के नाम पर स्वार्थ सिद्धि में लगा है मनुकुल , तोडा जा रहा है संबंध के पुल , छत्रक जैसे उगने लगे हैं भस्मासुर के संतति, शोचनीय बन सकता है हमारी भी परिस्थिति।" सुज्ञान - सिद्धि और आत्म शुद्धि प्राप्ति के लिए आया है अवसर, प्रकृति के साथ जीने का पाठ सीखना है हर स्तर।


By Gayatri M P




246 views55 comments

Recent Posts

See All

बालकनी में चर्चा गर्म है

By Nandlal Kumar इस कविता को लिखने की प्रेरणा मुझे इतिहास की उस घटना से मिली है जब फ्रांस की राज्य क्रान्ति के समय महारानी अपने किले के...

Wily Youth

By Agrima Arya Remorsing my past has always been grueling, Still for you I bellicose my brain, Never knowing why I was courageous, Never...

The Empty Cradle

By Agrima Arya A strong gush of breeze blew by Something felt facade bout it Stomach wretched yet no pain Tears fell while lamps lit ...

55 Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
Padmanabh Hunagund
Padmanabh Hunagund
Jun 30, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Explained we'll !

Like

asha rani K
asha rani K
Jun 30, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Such a meaningful poet !! ❤️❤️

Like

Varsha K V
Varsha K V
Jun 30, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Very nice

Like

Aditi Puranik
Aditi Puranik
Jun 30, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Nice

Like

Sadhana Divakar
Sadhana Divakar
Jun 30, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Atti uttam

Like
bottom of page