By Dr. Anuradha Dambhare
खुद ही से क्या झूठ बोलना जब सच्चाई इन आँखों से छलके,
दिल पे इतना जोर क्यों देना जब वो किसी के मौजूदगी के खातिर इतना तरसे।
में बयान ना कर पाऊ इस हद तक है किसी की प्यास इस दिल को,
बस दुआ इतनी सी की वक़्त मेहेरबान होकर खुशयोकि बारिशो में बरसे।
By Dr. Anuradha Dambhare
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