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ना जाने कितना कुछ बदल गया

By Vidhi Krupal Shah



भीड़ में भी जिनको ये नजर ढूंढती थी

आज उन्होंने हमसे ही नजर फेर ली।


जिनकी खुशी के लिए हम दुआ करते थे

आज वो ही हमारे दुःख का कारण बन गए।



जिन्होंने पहले हमेशा हमारे लिए सोचा

आज उन्होंने ही हमारे बारे में सोचना छोड़ दिया।


पता ही नही चला की हमारी गलती क्या थी

गलती ना बताके ही इतनी बड़ी सजा दे रहे है।


By Vidhi Krupal Shah



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Vishal Gajjar
Vishal Gajjar
12 de set. de 2023
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