By Rupam Ramesh Dange
पता हैं तुम्हे - बेहद खूबसूरत हैं वो लहज़ा,
जो अपना लिया हैं तुमने मुझे मनाने का,
पता हैं तुम्हे हर एक हरकत भाने लगी हैं तुम्हारी,
जो मुझे रिझाने में लगी हैं,
पता हैं तुम्हें - तुमने अंदाज-ए-बयां सीख लिया हैं,
जो बयां करता हैं हर सादगी तुम्हारी,
पता हैं तुम्हें - तुम मशरूफ होने लगी हो, उन कागजी पन्नों पर मेरे लिए कविताएं लिखने में,
ये सब तुमने सीख लिया करते करते, इजहार-ए-महोब्बत हमसे…
By Rupam Ramesh Dange
Comments