By Shrutika Subhash Dorugade
प्यार हो जंग हो, या कोई परीक्षा
तुम साथ हो तो मिले, हर हाल मे दिशा
चारों तरफ जो, तुम हो अब मेरे
क्यूँ में डरु, मेरे कृष्णा ||
तुमसे दुरी करे, बुरी मेरी दशा
तेरे भक्ति की, मुझे दे तु दिक्षा
चरणों में तेरे, सदा रहु मैं
आस ना कोई, मुझे तेरे सिवा ||
कभी कही अगर, भटकू में दिशा
मुझको देना तुम, उसकी कठोर शिक्षा
बस रुठना नहीं, मुझसे भगवान
तुजोखफा, तोसुनामेरासंसार ||
By Shrutika Subhash Dorugade
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