By Nandkishore
रिश्तो का चंदन, रक्षाबंधन
भाई-बहन के स्नेह प्रेम का दर्पण
आशा और विश्वास है अर्पण
मर्यादा बसती है कण-कण
भरोसे का बंधन
रिश्तो का चंदन, रक्षाबंधन
घर आंगन की सुहानी चिड़िया
परिवार की आन बान शान बहना
सुख दुख में नदियों सी बहना
खुशियों का है वह बाजूबंद
रिश्तो का चंदन, रक्षाबंधन
कलाई पर सजती राखी
लगती चांद सितारों सी प्यारी
हृदय होता है गदगद
आंखों में ठहर जाता है समंदर
रिश्तो का चंदन, रक्षाबंधन
By Nandkishore
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