By Pratibha Shaurya
सुनो,
क्या तुम आज ज़िन्दगी के उस मोड़ पर हो जहाँ तुम्हें पता ही नहीं है आगे करना क्याँ है?
रास्ता ढूंढते-ढूंढते भटक गए हो कही और समझ नहीं आ रहा की जाना कहाँ है ?
रास्ते तो बहुत है पर पता ही नहीं उनमें से एक चुनना क्याँ है ?
लाइफ में मैं आगे करूँगा क्याँ ?
सबको उम्मीदे मुझसे बहुत है पर उन उम्मीदों पर मैं खरा उतर पाऊंगा क्याँ ?
आज कल लगता है अब सबने साथ छोड़ दिया है |
जो बताते थे खुदको हमारे अजीज उन्होने भी नजाने क्यों आज हमसे मुँह मोड़ लिया है |
वक्त के साथ सब को बदलना जरूरी है क्याँ?
जब सबसे ज्यादा जरूरत है तुम्हारी तभी साथ छोड़ना ज़रूरी है क्याँ ?
बड़े होते-होते जिंदगी इतनी कॉम्प्लिकेटेड क्यों होती जाती है?
फ्यूचर में हमारे कैरियर को लेकर हमारे लिए ऑप्शंस क्या-क्या है ये इंपोर्टेंट बातें पहले से ही हमारे पेरेंट्स के साथ हमारी क्यों नहीं होती है ?
क्यूँ लास्ट मोमेंट तक हमें यह पता ही नहीं होता कि आखिर हमें लाइफ में आगे करना क्या है ? यार, हमें लाइफ मे बनना क्या है?
हमें जो, जहाँ,जब,जैसा, मिल जाता है बस उसी के सहारे हम आगे बढ़ते रहते हैं |
जिंदगी बस कहने को चल रही है पर उलझने तो बस बढ़ ही रही है |
ना जाने क्यूँ हम बड़े कन्फ्यूज से रहते हैं ?
खुद के साथ न जाने कितने वक़्त से साथ हैं फिर भी न जाने क्यों खुद की खूबियाँ और खामियाँ जान ही नहीं पाते हैं ?
खुद की लाइफ के फैसले खुद ना लेकर बस ऐवेई ही सभी की राय हम लेते रहते हैं |
कभी-कभी ऐसा लगता है कि मानो जिंदगी और उम्र बस निकलती जा रही है |
गाड़ी बस एक ही सवाल पर आकर रुकती है कि आगे अब मैं करूंगा क्याँ ?
बस एक ही चिंता खाई जा रही है कि इस जिंदगी के कॉम्पटिशन मे मै सरवाइव कर सकूँगा क्याँ ?
हर किसी की एक ही सवाल ने परेशान कर दिया है मुझे, आगे करोगे क्याँ ?
आगे का क्या सोचा है यह पूछ-पूछ कर मेरे सर में थोड़ा दर्द सा कर दिया है |
Dear वेल विशर्स (Well Wishers),
मुझे भी मेरी लाइफ की बहुत चिंता है | आपसे पहले खुद से मेने यह सवाल करीब 100 बार कर लिया है|
केसे कहूँ आपको की मुझे भी अभी इस सवाल के जवाब को सोचने का समय चाहिऐ |
मुझे हाल फिलहाल थोड़ी शांति और बस थोड़ा वक़्त और सकून चाहिऐ |
प्लीज ट्राई-टू-अंडरस्टैंड, की जब मे कामियाब हो जाऊँगा तो आगे से चलकर मे खुद आपको मेरी कामियाबी ज़रूर बाताऊँगा |
वैसे ही अभी थोड़ी परेशान हूँ, एक ही सवाल कर-कर के मुझे और परेशान प्लीज मत करो न |
ज़िंदगी मे बहुत हारा हुआ सा महसूस हो रहा है |
न जाने अब क्यूँ खुद पर ही डाउट सा हो रहा है ?
क्या आपके साथ भी एसा कभी कुछ हुआ है ? या यह सब भी बस मेरे साथ ही हो रहा है ?
Dear Me,
सुनो,
अब शांत भी हो जाओ | मुझे लगता है कुछ अभी छूटा थोड़ी है ? सिचुएशन तो अभी हमारे कंट्रोल मे ही है , वक़्त अभी बीता थोड़ा है |
निराश होने की इतनी भी जरूरत है नहीं शायद |
लाइफ को हद से ज़्यादा सिरियस बना रखा है तुमने उसकी इतनी भी ज़रूरत है नहीं शायद |
तुम भी बहुत कुछ कर सकते हो |
काँच की तरह बिखरकर टूट जाओ , अरे मियाँ , तुम इतने भी कमजोर थोड़ी हो |
रास्ता खुद के लिऐ तुम खुद से भी चुन सकते हो | देर से ही सही पर अपनी लाइफ के लिऐ एक सही निर्णय तुम बिलकुल ले सकते हो |
शांति से बेठकर सोचो तो सही तुम्हें लाइफ मे आगे करना क्याँ है ?
एक दफ़ा प्यार से खुद से पूछो तो सरी बनना क्याँ है ?
ज़बरदस्ती वो रास्ता चुनना जहाँ सब जा रहे है ऐसा ज़रूरी नहीं ,
तुम करो ना कुछ अलग जो तुम्हें करना है इसमे कोई मनाई थोड़ी है |
सुनो ,
एक बार निर्णय लेने के बाद तुम मेहनत मे कमी रखना मत |
आगे बढ़ते रहना बस पीछे मुड़ कर देखना मत |
कर्म बस करते रहना तुम फल की चिंता करना मत |
विश्वास रखना खुद पर, बस नकारात्मक बाते अपने दिमाग मे रखना मत |
सुनो, ज़िंदगी के इस दौर से सभी गुजरते है, तुम अकेले थोड़ी हो |
इस जंग को दिमाग से मज़बूत लोग आसानी से पार कर लेते है और 'HERO’ तुम कम थोड़ी हो |
खुद का साथ और खुद पर विश्वास कर सकते हो ना ?
खुद के लिऐ क्याँ सही और क्याँ गलत तो बखूबी समझ सकते हो ना ?
खुद के लिऐ लाइफ का इंपोर्टेंट डिसिजन शांत मन से बिलकुल तुम ले सकते हो |
बोलो यार इतना तो खुद के लिऐ कर सकते हो ना ?
बर्शर्ते,
कोई कुछ भी बोले बस खुद पर विश्वास रखना और मेहनत मे बस ज़रा भी कमी मत रखना |
Dear Me,
मेहनत मे बस ज़रा भी तुम कमी मत रखना |
और सुनो ,
तुम लाइफ मे बहुत कुछ अच्छा फौड़ लोगे |
कोई कुछ भी बोले मुझे तुम पर पूरा विश्वास है |
हाँ मुझे तुम पर पूरा विश्वास है ||
-धन्यवाद
By Pratibha Shaurya
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