Mar 24, 20231 min read“शायरी“Rated 5 out of 5 stars.5.0 | 1 RatingBy Dineshkumar Hirani“शायरी“लिखते लिखते मैं कोमा में चला गया,खुद के लिए आश्चर्य बन गया,लोगों के लिए कवेसचन मार्क बन गया,चोराहे पर आकर देखा, मेरा स्मारक बन गया,By Dineshkumar Hirani
By Dineshkumar Hirani“शायरी“लिखते लिखते मैं कोमा में चला गया,खुद के लिए आश्चर्य बन गया,लोगों के लिए कवेसचन मार्क बन गया,चोराहे पर आकर देखा, मेरा स्मारक बन गया,By Dineshkumar Hirani
Shayari-3By Vaishali Bhadauriya वो हमसे कहते थे आपके बिना हम रह नहीं सकते और आज उन्हें हमारे साथ सांस लेने में भी तकलीफ़ होती...
Shayari-2By Vaishali Bhadauriya उनके बिन रोते भी हैं खुदा मेरी हर दुआ में उनके कुछ सजदे भी हैं वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर पर आज भी...
Shayari-1By Vaishali Bhadauriya इतना रंग तो कुदरत भी नहीं बदलता जितनी उसने अपनी फितरत बदल दी है भले ही वो बेवफा निकला हो पर उसने मेरी किस्मत बदल...
Deep🙌🏻