Mar 2, 20231 min readशायरीRated 0 out of 5 stars.No ratings yetBy Mansiवक़्त से सिफारिश कर.....पन्ने पलत या तकदीर नहीं तो कुछ ऐसा हो जायगाना तो किसी ने सोचा होगा ना यकीन कर पाएगाहम तुझे भुला देंगे और सब बदल जाएगा ||By Mansi
By Mansiवक़्त से सिफारिश कर.....पन्ने पलत या तकदीर नहीं तो कुछ ऐसा हो जायगाना तो किसी ने सोचा होगा ना यकीन कर पाएगाहम तुझे भुला देंगे और सब बदल जाएगा ||By Mansi
Shayari-3By Vaishali Bhadauriya वो हमसे कहते थे आपके बिना हम रह नहीं सकते और आज उन्हें हमारे साथ सांस लेने में भी तकलीफ़ होती...
Shayari-2By Vaishali Bhadauriya उनके बिन रोते भी हैं खुदा मेरी हर दुआ में उनके कुछ सजदे भी हैं वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर पर आज भी...
Shayari-1By Vaishali Bhadauriya इतना रंग तो कुदरत भी नहीं बदलता जितनी उसने अपनी फितरत बदल दी है भले ही वो बेवफा निकला हो पर उसने मेरी किस्मत बदल...
Kommentare