By Satya Deo Pathak
तुमने दिया ये जीवन,
तुमने दिया जीवन में उपवन,
तुमने दिया सुंदर अंतर्मन,
शुक्रिया ऐ मेरे प्रभु!
कैसे चुकाऊं तेरा उपकार?
तुमने दिया मां बाप सा अपना रूप,
तुमने दिया भाई बहन का प्यार।
तुमने दिया अच्छे संस्कार,
शुक्रिया ऐ मेरे प्रभु!
कैसे चुकाऊं तेरा उपकार?
तुमने दिया देश ये महान,
तुमने दिया संतोष इस मन को,
तुमने दिया सहने का जज़्बा,
शुक्रिया ऐ मेरे प्रभु!
कैसे चुकाऊं तेरा उपकार?
तुमने दिया दोस्तों की महफिल,
तुमने बचाया हर एक मुश्किल,
तुमने दिया अधरों पर मुस्कान,
शुक्रिया ऐ मेरे प्रभु!
कैसे चुकाऊं तेरा उपकार?
नाम दिया, ज्ञान दिया,
तुमने दिया मुझको सदमार्ग,
पूरे किए सारे अरमान,
शुक्रिया ऐ मेरे प्रभु!
कैसे चुकाऊं तेरा उपकार?
By Satya Deo Pathak
Comments