By Achal Jain
दोस्तों जो कॉर्पोरेट सेक्टर मुझे काम कर रहे फिर काही भी नौकरी कर रहे है, उनके लिए कोई और दिन ख़ुशी का हो या न हो ,
महीने का आखिरी दिन ज़रूर ख़ुशी का होता है, क्यूकी उस दिन उसकी स्लालरय आती है।
तो इसी बात पर मैंने कुछ लिखा है, गौर फरमाईयेगा -
तो लिखा कुछ यूं है की -
पूरा महीना नीर बहाने में निकल जाता है,
एक - एक दिन करके पूरा समय कट जाता है,
पर एक राहत की सांस मिलती है जब,
वो सैलरी वाला दिन आता है।।
हर दिन खर्चे की मार होती है,
पैसा लाओ - पैसा लाओ बस यही बटवे की पुकार होती है,
पर हर खर्च, हर दुःख भूल जाता है,
जब वो "Salary is credited in your account" का मैसेज महीने के आखिरी दिन आता है।।
किस्मत की उस पर मार होती है,
रातें जाग कर काटने को भी तैयार होती है,
हर पकवान फीका पड़ जाता है,
जब सैलरी ना मिलने का संदेसा उसे आता है।।
कहने को तो यह बात बड़ी छोटी सी है,
पर सुख - दुःख की हर कड़ी उस दिन से जुडी होती है,
हां जाने है हम साँसे अधर होती है,
पर क्या करें जनाब
अगले महीने की ज़िन्दगी उस एक दिन पर निर्भर जो होती है।।
By Achal Jain
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