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सोचा था

Updated: Apr 6, 2024

By Mogal Jilani


सोचा था मिलेंगे तो पूछूंगा किसी दिन

दिन गुजरते गए और पूछा भी ना गया


मेरे दिल बता ये दिन क्या है

मेरे रब तू बताब्ये मसला क्या है


सुब्ह देखी भी नही

और शाम गुजर जाती है


जिन्दगी जी भी नही

और उम्र गुजर जाती है


सोचा था मिलेंगे तो पूछूंगा किसी दिन

दिन गुजरते गए और पूछा भी ना गया


अभी तो उनसे मिलना था

सोचा था बहोत कुछ

और कहेना था बहोत कुछ



एक बात में कहेना ना था वो सब कुछ

और एक बार में जीना था वो सब कुछ


अभी तो उनसे फिर मिलना था

मिलते भी नही और फिर बिछड़ जाते है

दिन कटते भी नही और साल गुजर जाते है


अभी तो हम सफर संग चलना था थोड़ा और

अभी तो जिंदगी संग जलना था थोड़ा और


अभी तो उनसे मिलना था थोड़ा और

सोचा था थोड़ा और

कहेना था थोड़ा और


रुकना था थोड़ा और

रहेना था थोडा और


अभी तो उनसे मिलना था

सोचा था बहोत कुछ

कहेना था थोड़ा और


सोचा था मिलेंगे तो पूछूंगा किसी दिन

दिन गुजरते गए और पूछा भी ना गया


सुब्ह देखी भी नही

और शाम गुजर जाती है


जिन्दगी जी भी नही

और उम्र गुजर जाती है


मेरे दिल बता ये दिन क्या है

मेरे रब तू बता ये मसला क्या है


By Mogal Jilani


15 Comments

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Hinal Vhora
Hinal Vhora
Oct 05, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Keep it up dude to strong words🤩

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Rated 5 out of 5 stars.

Very good

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H dipak Prajapati
H dipak Prajapati
Oct 03, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

🥰😍❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏

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Khorajiya Savban
Khorajiya Savban
Sep 23, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Sahi Soch He Saab Lage Raho

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Hashim Mogal
Hashim Mogal
Sep 23, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Sahi Soch He saaab

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