By Parveen Kumar
दुनिया मुझको झुकाना चाहती है ,
वह मुझे कभी झुकने नहीं देता ।
अपने कदमों में रुलाना चाहती है,
वह मुझको सर पर बिठा लेता है।
हारे का सहारा खाटू श्याम मेरा।
ठुकराए हुए के है दुख हर लेता है।
गम देती है दुनिया हर मोड़ पर ,
वह खुशियों से दामन भर देता है।
खाटू चल कोई आए ना आए,
श्रद्धा से पुकारो तो दुख हर लेता है।
हारे का सहारा खाटू श्याम मेरा ।
ठुकराए हुए के दुख हर लेता है।
महादानी है खाटू बाला श्याम मेरा।
भगवान की झोली भी भर देता।
दुनिया में ऐसा कोई महादानी नहीं,
अपना शीश काट हथेली पर घर देता है।
हारे का सहारा खाटू श्याम मेरा।
ठुकराए हुए के हर दुख हर लेता है।
जीतने वालों को मानते हैं बाजीगर ,
हारने वालों को कोई रास्ता नहीं देता।
दुनिया में नहीं देखा ऐसा महाबली ,
जीती बाजी को खुद ही हार लेता है ।
हारे का सहारा खाटू श्याम मेरा।
ठुकराए हुए के दुख हर लेता है।
दुनिया में कोई सहारा बनता नहीं।
खाटू वाला बाबा पीछे हटता नहीं ।
दरबार पर श्रद्धालु आते हैं टोलियाँ बन,
आशीर्वाद बाबा का कभी कम नहीं होता।
हारे का सहारा खाटू श्याम मेरा।
ठुकराए हुए के दुख हर लेता है।
By Parveen Kumar
Wahh
Very nice
Very nice. Great work.